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Friday 22 August 2025 05:51:09 PM
गया (बिहार)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गयाजी में 12 हजार करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का समारोहपूर्वक लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने बिहारवासियों को बधाई दी और कहाकि इनमें ऊर्जा, स्वास्थ्य और शहरी विकास के कई बड़े प्रोजेक्ट्स हैं, इनसे बिहार के उद्योगों को ताकत मिलेगी और युवाओं केलिए रोज़गार के नए अवसर भी बनेंगे। उन्होंने कहाकि बिहार में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं केलिए यहां अस्पताल और अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन भी किया गया है, अब बिहार के लोगों को कैंसर के इलाज केलिए एक और सुविधा मिल गई है। प्रधानमंत्री ने कहाकि बोधगया अध्यात्म और शांति की धरती है, ये भगवान बुद्ध को बोध करानेवाली पावन भूमि है, यहांकी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत बहुत प्राचीन एवं समृद्ध है। उन्होंने कहाकि यहां के लोगों की इच्छा थीकि इस नगरी को गया नहीं, गयाजी कहा जाए, मैं इस निर्णय केलिए बिहार सरकार का अभिनंदन करता हूं और खुशी हैकि गयाजी के तेज विकास केलिए बिहार की डबल इंजन सरकार लगातार काम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि बिहार का तेज विकास केंद्र की एनडीए सरकार की बहुत बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने जिक्र कियाकि बीते वर्षों में पुरानी समस्याओं के समाधान तलाशे गए हैं और नई प्रगति के रास्ते भी बनाए गए हैं। उन्होंने जनता से कहाकि आप याद करिए लालटेन राज में यहां कैसी दुर्दशा थी, ये क्षेत्र लाल आतंक से जकड़ा हुआ था, माओवादियों की वजह से शाम केबाद कहीं आना-जाना मुश्किल था, गयाजी जैसे शहर लालटेन राज में अंधेरे में डूबे रहते थे, हजारों गांव ऐसे थे, जहां बिजली के खंबे तक नहीं पहुंचे थे, लालटेन वालों ने पूरे बिहार के भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया था, न शिक्षा थी, न रोज़गार था, बिहार की कितनी पीढ़ियों को इन लोगों ने बिहार से पलायन केलिए मजबूर कर दिया था। प्रधानमंत्री ने कहाकि बिहार के लोगों को आरजेडी और उसके साथी सिर्फ अपना वोटबैंक मानते हैं, उन्हें गरीब के सुखदुख, गरीब के मानसम्मान से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहाकि आपको याद होगाकि कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने मंच से कहा थाकि वे अपने राज्य में बिहार के लोगों को घुसने नहीं देंगे, बिहार के लोगों से कांग्रेस की इतनी नफरत, बिहार के लोगों केप्रति इतनी घृणा कोई भूल नहीं सकता। उन्होंने कहाकि कांग्रेस का बिहार के लोगों केप्रति दुर्व्यवहार देखने केबाद भी यहां आरजेडी वाले गहरी नींद में सोये पड़े थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि बिहार की एनडीए सरकार, कांग्रेस और इंडी गठबंधन वालों के इस नफरती अभियान का जवाब दे रही है। उन्होंने कहाकि बिहार के बेटे-बेटी को यहीं पर रोज़गार मिले, सम्मान की जिंदगी मिले, मां-बाप की वो देखभाल कर सके, इसी सोच केसाथ हम काम कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि अब बिहार में बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स बन रहे हैं, गयाजी जिले के डोभी में बिहार का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया तैयार हो रहा है, टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना की जा रही है, यहां बक्सर थर्मल पावर प्लांट शुरू है, भागलपुर के पीरपैंती में भी नया थर्मल पावर प्लांट बनेगा, इससे बिहार में बिजली की आपूर्ति बढ़ेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि बिहार के युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी देने केलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा अभियान चलाया हुआ है, ये नीतीशजी हैं, तभी यहां शिक्षकों की भर्ती पूरी पारदर्शिता से हुई है। उन्होंने कहाकि यहां के नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में रोज़गार मिले, उन्हें नौकरी केलिए पलायन न करना पड़े, इसमें केंद्र सरकार की एक नई योजना से भी बहुत बड़ी मदद मिलने वाली है। उन्होंने याद दिलायाकि इसी 15 अगस्त सेही देशभर में प्रधानमंत्री विकसित भारत रोज़गार योजना लागू है, इसके तहत हमारे युवा जब निजी क्षेत्रमें पहली नौकरी करेंगे तो केंद्र सरकार उन्हें अपने पास से 15000 रुपये देगी, जो प्राइवेट कंपनियां युवाओं को रोज़गार देंगी, उन्हें भी सरकार मदद करेगी और योजना का बहुत बड़ा लाभ बिहार के युवाओं को भी होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि कांग्रेस हो या आरजेडी की सरकारों ने कभी जनता के पैसे का मोल नहीं समझा, इनके लिए जनता के पैसे का मतलब रहा है खुदकी तिजोरी भरना, इसलिए कांग्रेस-आरजेडी की सरकार में सालों साल तक परियोजनाएं पूरी नहीं होती थीं, कोई योजना जितनी लटकती थी, उतना उसमें ये पैसे कमा लेते थे। प्रधानमंत्री ने कहाकि अब इसको एनडीए सरकार ने बदल दिया है, अब शिलान्यास केबाद कोशिश होती हैकि जल्द से जल्द समयसीमा में उस काम को पूरा करने केलिए सफल प्रयास किया जाए, आजका ये कार्यक्रम इसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहाकि उल्लास और उमंग के माहौल केबीच बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े एक ऐतिहासिक अध्याय का साक्षी बनने का सौभाग्य मिला, उन्हें औंटा-सिमरिया सेक्शन का शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है, ये पुल सिर्फ सड़कों को नहीं, पूरे उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने का काम करेगा, इससे व्यापार तेज़ होगा, उद्योगों को ताक़त मिलेगी और तीर्थयात्रियों का भी पहुंचना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहाकि एनडीए की डबल इंजन सरकार यहां रेलवे के विकास केलिए भी तेजीसे काम कर रही है, अमृत भारत स्टेशन योजना केतहत गयाजी रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाया जा रहा है, इससे गयाजी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेगी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज गया वो शहर है, जहां राजधानी, जनशताब्दी और मेड इन इंडिया वंदे भारत ट्रेनों की सुविधा उपलब्ध है, गयाजी, सासाराम, प्रयागराज, कानपुर होते हुए दिल्ली तक सीधा कनेक्शन युवाओं, किसानों, व्यापारियों केलिए नई संभावनाएं बना रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि देश के अटूट भरोसे के कारण साल 2014 में प्रधानमंत्री के तौरपर शुरू हुआ उनका सेवाकाल निरंतर जारी है, इतने वर्ष में उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार का एकभी दाग नहीं लगा, जबकि आज़ादी केबाद कांग्रेस की सरकारें, जो 60-65 साल तक सरकार में रही हैं, उनके भ्रष्टाचार की लंबी लिस्ट है, आरजेडी का भ्रष्टाचार तो बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है। उन्होंने कहाकि मेरा साफ मानना हैकि भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई को अगर अंजाम तक पहुंचाना है तो कोईभी कार्रवाई के दायरे से बाहर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहाकि संविधान हर जनप्रतिनिधि से ईमानदारी और पारदर्शीता की उम्मीद करता है, हम संविधान की मर्यादा को तार-तार होते नहीं देख सकते, इसलिए एनडीए सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐसा कानून लाई है, जिसके दायरे में देश का प्रधानमंत्री भी है, इसमें मुख्यमंत्री और मंत्रियों को भी शामिल किया गया है, जब ये कानून बन जाएगा तो प्रधानमंत्री हो या मुख्यमंत्री या फिर कोईभी मंत्री, उसे गिरफ़्तारी के 30 दिन के अंदर जमानत लेनी होगी और अगर जमानत नहीं मिली तो 31वें दिन उसे कुर्सी छोड़नी होगी। उन्होंने जनता से प्रश्न कियाकि आप कहिए भाइयों, जो जेल जाएं उसे कुर्सी छोड़नी चाहिए कि नहीं छोड़नी चाहिए? क्या वो कुर्सी पर बैठे रह सकता है क्या? क्या वो सरकारी फाइलों पर साइन कर सकता है क्या? क्या जेल में से कोई सरकार चला सकता है क्या? और इसलिए ऐसा सख्त कानून बनाने की तरफ हम आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आरजेडी, कांग्रेस, लेफ्ट इस कानून का विरोध कर रहे हैं, ये बहुत गुस्से में हैं और कौन नहीं जानताकि उनको किस बातका डर है? कोई बेल पर बाहर हैं, कोई रेल के खेल में अदालत के चक्कर लगा रहा है और जो जमानत पर बाहर घूम रहे हैं, वे आज इस कानून का विरोध कर रहे हैं। इन्हें लगता हैकि अगर ये जेल चले गए तो इनके सारे सपने चकनाचूर हो जाएंगे, इसलिए सुबह शाम ये लोग मोदी को भांति-भांति की गाली दे रहे हैं और इतने बौखलाए हुए हैंकि जनहित के कानून का विरोध कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारे राजेंद्र बाबू, बाबासाहेब आंबेडकर ने कभी सोचा भी नहीं था, कभी कल्पना भी नहीं की होगीकि सत्ता के भूखे लोग भ्रष्टाचार करेंगे और जेल जाने पर भी कुर्सी से चिपके रहेंगे, लेकिन अब भ्रष्टाचारी जेल भी जाएगा और उसकी कुर्सी भी जाएगी, भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त होने का संकल्प देश के कोटि-कोटि लोगों का है, ये संकल्प सिद्ध होकर रहेगा। उन्होंने कहाकि मैंने लालकिले से एक और खतरे की बात की है और ये खतरा बिहार पर भी है, देश में घुसपैठियों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है, बिहार के सीमावर्ती जिलों में तेजीसे डेमोग्राफी बदल रही है, इसलिए एनडीए सरकार ने तय किया हैकि देश का भविष्य घुसपैठियों को नहीं तय करने देंगे, घुसपैठियों को बिहार के युवाओं के रोजगार नहीं छीनने देंगे, जिन सुविधाओं पर भारतीय लोगों का अधिकार है, उस पर घुसपैठियों को डाका नहीं डालने देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि इस खतरे से निपटने केलिए उन्होंने डेमोग्राफी मिशन शुरू करने की बात कही है, बहुत जल्द ये मिशन अपना काम शुरू करेगा, हम हर घुसपैठिए को देश से बाहर करके ही रहेंगे। उन्होंने लोगों से पूछाकि इन घुसपैठियों को निकालना चाहिएकि नहीं निकालना चाहिए? क्या ये घुसपैठियें आपका रोज़गार छीन लें, आपको मंजूर है? एक घुसपैठिया आपकी जमीन पर कब्जा कर ले, आपको मंजूर है? एक घुसपैठिया आपका हक छीन लें आपको मंजूर है? उन्होंने कहाकि आप देश के भीतर बैठे घुसपैठियों के समर्थकों से भी सावधान रहिए, कांग्रेस और आरजेडी जैसे दल बिहार के लोगों का हक छीनकर घुसपैठियों को देना चाहते हैं, तुष्टिकरण, वोटबैंक को बढ़ाने केलिए कांग्रेस-आरजेडी वाले कुछभी कर सकते हैं, कितने ही नीचे जा सकते हैं, इसलिए बिहार के लोगों को बहुत सतर्क रहना है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि बिहार केलिए ये समय बहुत अहम है, बिहार के युवाओं के सपने पूरे हों, बिहार के लोगों की आकांक्षाओं को नई उड़ान मिले, इसके लिए केंद्र सरकार और नीतीशजी केसाथ हम कंधे से कंधा मिलाकर बिहार के कल्याण केलिए काम कर रहे हैं, बिहार में विकास की गति बनी रहे, इसके लिए डबल इंजन की सरकार लगातार मेहनत कर रही है, आज के विकास प्रोजेक्ट इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने गयाजी से दो ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई और लाभार्थियों को पक्के घर की चाबियां सौंपी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद कियाकि बिहार चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य की धरती है, जब-जब किसी दुश्मन ने भारत को चुनौती दी है, बिहार देश की ढाल बनकर खड़ा हुआ है, बिहार की धरती पर लिया हुआ हर संकल्प कभी खाली नहीं जाता। उन्होंने कहाकि जब कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ था, हमारे निर्दोष नागरिकों को उनका धर्म पूछकर मारा गया, मैंने बिहार की इसी धरती से आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने की बात कही थी, आज दुनिया देख रही हैकि बिहार की इस धरती से लिया गया वो संकल्प पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आपको याद होगाकि उधर से पाकिस्तान हम पर ड्रोन हमले कर रहा था, मिसाइलें दाग रहा था और इधर भारत पाकिस्तान की मिसाइलों को हवा में तिनके की तरह बिखेर रहा था, पाकिस्तान की एकभी मिसाइल हमें नुकसान नहीं पहुंचा पाईं। उन्होंने कहाकि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की रक्षा नीति की नई लकीर खींच दी है, अब भारत में आतंकवादी भेजकर हमले कराके कोई बच नहीं सकेगा, आतंकवादी चाहे पाताल में क्यों ना छिप जाएं, भारत की मिसाइलें उन्हें दफन करके रहेंगी। इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, राजीव रंजन सिंह, चिराग पासवान, रामनाथ ठाकुर, नित्यानंद राय, सतीशचंद्र दुबे, राजभूषण चौधरी, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के मंत्री, सांसद उपेंद्र कुशवाहा और भारी संख्या में बिहारवासी उपस्थित थे।