रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत में जोरदार और भव्य स्वागत!
नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में भारत और रूस संबंध समृद्धस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 5 December 2025 05:23:03 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय महत्वपूर्ण भारत दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हवाईअड्डे पर अगवानी करते हुए उनका गर्मजोशी से जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हवाई अड्डे से प्रस्थान करते समय एक ही कार में यात्रा की। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करते हुए कहाकि भारत-रूस मित्रता समय की कसौटी पर खरी उतरी है, जिससे हमारे लोगों को अत्यधिक लाभ हुआ है। उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को रूसी भाषा में श्रीमद्भागवत गीता की प्रति भेंट की और कहाकि गीता के उपदेश विश्वभर के लाखों लोगों को प्रेरणा देते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हैदराबाद हाउस दिल्ली में आज जॉइंट प्रेस वक्तव्य में दोनों देशों केबीच घनिष्ठ, समृद्ध और ऐतिहासिक संबंधों की मजबूती को दोहराते हुए कहाकि हमारे द्विपक्षीय संबंध कई ऐतिहासिक मील के पत्थर के दौर से गुजर रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत और रूस के तेईसवें शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्वागत करते हुए उन्हें बहुत खुशी है, ठीक 25 वर्ष पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत-रूस केबीच रणनीतिक साझेदारी की नींव रखी थी और 15 वर्ष पहले 2010 में इस साझेदारी को ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी’ का दर्जा मिला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहाकि उन्होंने अपने नेतृत्व और दूरदृष्टि से इन संबंधों को निरंतर सींचा है, हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने आपसी संबंधों को नई ऊंचाई दी है। दोनों राजनेताओं ने कहाकि पिछले आठ दशक में विश्व में अनेक उतार चढ़ाव आए हैं, मानवता को अनेक चुनौतियों और संकटों से गुज़रना पड़ा है, इन सबके बीचभी भारत-रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है। दोनों राजनेताओं ने कहाकि परस्पर सम्मान और गहरे विश्वास पर टिके ये संबंध समय की हर कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं, आज हमने इस नींव को और मजबूत करने केलिए सहयोग के सभी पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहाकि आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाना हमारी साझा प्राथमिकता है, इसे साकार करने केलिए आज हमने 2030 तक केलिए एक आर्थिक सहयोग प्रोग्राम पर सहमति बनाई है, इससे दोनों देशों केबीच व्यापार और निवेश विविध, संतुलित, टिकाऊ बनेगा और सहयोग के क्षेत्रोंमें नए आयाम भी जुड़ेंगे। दोनों राजनेताओं ने कहाकि उन्हें भारत-रूस व्यापार मंच में शामिल होने का अवसर मिलेगा, ये मंच हमारे व्यापार संबंधों को नई ताकत देगा, इससे निर्यात, सह उत्पादन और सह नवाचार के नए दरवाजे भी खुलेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहाकि दोनों देश यूरेशियन इकॉनॉमिक यूनियन केसाथ एफटीए के शीघ्र समापन केलिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि कृषि और उर्वरकों के क्षेत्रमें हमारा करीबी सहयोग, फूड सिक्युरिटी और किसान कल्याण केलिए महत्वपूर्ण है, इसे आगे बढ़ाते हुए अब दोनों पक्ष साथ मिलकर यूरिया उत्पादन के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि दोनों देशों केबीच कनेक्टिविटी बढ़ाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है, हम आईएनएसटीसी, उत्तरी समुद्री मार्ग, चेन्नई-व्लादिवोस्टोक कॉरिडोर पर नई ऊर्जा केसाथ आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहाकि दोनों देश भारत के नाविकों के ध्रुवीय जल में ट्रेनिंग केलिए सहयोग करेंगे, यह आर्कटिक में हमारे सहयोग को नई ताकत तो देगा ही, साथही इससे भारत के युवाओं केलिए रोज़गार के नए अवसर बनेंगे। दोनों राजनेताओं ने कहाकि इसी प्रकार से जहाज निर्माण में हमारा गहरा सहयोग मेक इन इंडिया को सशक्त बनाने का सामर्थ्य रखता है, यह हमारे ‘फायदे का सौदा’ सहयोग का एक और उत्तम उदाहरण है, जिससे नौकरियां, कौशल और क्षेत्रीय संपर्क को बल मिलेगा। उन्होंने कहाकि ऊर्जा सुरक्षा भारत-रूस साझेदारी का मजबूत और महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है, असैन्य परमाणु ऊर्जा के क्षेत्रमें हमारा दशकों पुराना सहयोग, स्वच्छ ऊर्जा नवाचार की हमारी साझा प्राथमिकताओं को सार्थक बनाने में महत्वपूर्ण रहा है, हम ‘फायदे का सौदा’ सहयोग को जारी रखेंगे।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि महत्वपूर्ण खनिज में हमारा सहयोग पूरे विश्व में सुरक्षित और विविध आपूर्ति श्रृंखलाएं सुनिश्चित करने केलिए महत्वपूर्ण है, इससे स्वच्छ ऊर्जा, उच्च तकनीक विनिर्माण और नए युग के उद्योग में हमारी साझेदारी को ठोस समर्थन मिलेगा। दोनों राजनेताओं ने कहाकि भारत-रूस संबंधों में सांस्कृतिक सहयोग और लोगों केबीच संबंध का विशेष महत्व है, दशकों से दोनों देशों के लोगों में एकदूसरे केप्रति स्नेह, सम्मान और आत्मीयता का भाव है, इन संबंधों को और मजबूत करने केलिए हमने कई नए कदम उठाए हैं। उन्होंने बतायाकि हालही में रूस में भारत के दो नए वाणिज्य दूतावास खोले गए हैं, इससे दोनों देशों के नागरिकों केबीच संपर्क सुगम होगा और आपसी नज़दीकियां बढ़ेंगी। उन्होंने जिक्र कियाकि इसवर्ष अक्टूबर में लाखों श्रद्धालुओं को काल्मिकिया में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध मंच में तथागत भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आशीर्वाद मिला। उन्होंने कहाकि शीघ्र ही रूसी नागरिकों केलिए नि:शुल्क 30 दिन के ई-टूरिस्ट वीज़ा और 30-दिन के ग्रुप टूरिस्ट वीज़ा की शुरुआत करने जा रहे हैं। उन्होंने मानाकि जनशक्ति गतिशीलता लोगों को जोड़ने केसाथ दोनों देशों केलिए नई ताकत और नए अवसर सृजित करेगी, इसे बढ़ावा देने केलिए आज दो समझौते किए गए। भारत और रूस व्यावसायिक शिक्षा, कौशल और प्रशिक्षण पर काम करेंगे और छात्रों, विद्वानों एवं खिलाड़ियों का आदान प्रदान भी बढ़ाएंगे।
नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहाकि वे यूक्रेन के संबंध में शांतिपूर्ण और स्थाई समाधान केलिए किए जा रहे सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में भारत और रूस केबीच दीर्घकालिक सहयोग की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहाकि पहलगाम में हुआ आतंकी हमला हो या क्रोकस सिटी हॉल पर किया गया कायरतापूर्ण आघात इन सभी घटनाओं की जड़ एक ही है, आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा प्रहार है और इसके विरुद्ध वैश्विक एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है। दोनों राजनेताओं कहाकि भारत और रूस केबीच संयुक्तराष्ट्र, जी20, ब्रिक्स, एससीओ तथा अन्य मंचों पर करीबी सहयोग है, तालमेल केसाथ आगे बढ़ते हुए दोनों देश इन सभी मंचों पर अपना संवाद और सहयोग जारी रखेंगे। नरेंद्र मोदी और व्लादिमीर पुतिन ने विश्वास व्यक्त कियाकि आनेवाले समय में भारत और रूस की गहरी मित्रता दोनों देशों को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देगी और यही भरोसा दोनों देशों के साझा उज्जवल भविष्य को भी और समृद्ध करेगा।