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Monday 11 August 2025 05:34:36 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली बाबा खड़क सिंह मार्ग पर सांसदों केलिए नवनिर्मित 184 टाइप-VII बहुमंजिला फ्लैटों का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि हालही में उन्होंने कर्तव्य भवन के नामसे प्रसिद्ध कॉमन सेंट्रल सेक्रेटरिएट का उद्घाटन किया था और आज उन्हें सांसदों केलिए नवनिर्मित आवासीय परिसर का उद्घाटन करने का अवसर मिला है। उन्होंने भारत की चार महान नदियों के नाम पर रखे गए परिसर के चार टावरों-कृष्णा, गोदावरी, कोसी और हुगली का उल्लेख करते हुए कहाकि लाखों लोगों को जीवन देनेवाली ये नदियां अब जनप्रतिनिधियों के जीवन में आनंद की नई धारा प्रवाहित करेंगी। उन्होंने कहाकि नदियों पर नामकरण की परंपरा देश को एकतासूत्र में बांधती है और नवनिर्मित सांसद आवास सांसदों के जीवन को और आसान बनाएंगे। उन्होंने कहाकि अब दिल्ली में सांसदों केलिए सरकारी आवास की उपलब्धता बढ़ेगी। प्रधानमंत्री ने आवासीय परिसर में सिंदूर का एक पौधा लगाया, सांसदों को बधाई दी और इंजीनियरों एवं श्रमजीवियों की भी प्रशंसा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतायाकि उन्हें नवनिर्मित सांसद आवासीय परिसर में एक सैंपल फ्लैट देखने का अवसर मिला। उन्होंने बतायाकि उन्हें सांसदों के पुराने आवासों की स्थिति का भी अवलोकन करने का अवसर मिला। नरेंद्र मोदी ने कहाकि पुराने आवास अक्सर बदहाली की अवस्था में थे और सांसदों को अपने पुराने आवासों की खराब स्थिति के कारण अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ता था, ये नए आवास उनको ऐसी चुनौतियों से मुक्ति दिलाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि जब सांसद अपने निजी आवास संबंधी समस्याओं से मुक्त होंगे तो वे अपना समय और ऊर्जा जनसमाधान केलिए अधिक प्रभावी ढंग से समर्पित कर पाएंगे। पहलीबार निर्वाचित सांसदों को दिल्ली में आवास प्राप्त करने में आनेवाली चुनौतियों का उल्लेख करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहाकि ये नवनिर्मित सांसद आवास इन परेशानियों को दूर करने में मदद करेंगे, इनमें 180 से ज़्यादा सांसद एकसाथ रह सकेंगे। उन्होंने नई आवास पहल के महत्वपूर्ण आर्थिक पक्ष कोभी रेखांकित किया। कर्तव्य भवन के उद्घाटन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि कई मंत्रालय किराए के भवनों में चल रहे थे, जिससे वार्षिक लगभग 1500 करोड़ रुपए किराए के रूपमें खर्च हो रहे थे और यह देश के पैसों की सीधी बर्बादी थी। उन्होंने कहाकि सांसदों केलिए पर्याप्त आवास की कमी के कारण भी सरकारी खर्च बढ़ता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतायाकि सांसदों केलिए आवास की कमी के बावजूद 2004 से 2014 केबीच लोकसभा सांसदों केलिए एकभी नई आवास इकाई का निर्माण नहीं किया गया। उन्होंने कहाकि 2014 केबाद सरकार ने इस कार्य को एक अभियान की तरह लिया और इन फ्लैटों को मिलाकर 2014 से लगभग 350 सांसद आवास बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि 21वीं सदी का भारत विकास केलिए जितना अधीर है, उतनाही अपनी जिम्मेदारियों केप्रति भी संवेदनशील है। उन्होंने कहाकि देश जहां एकओर कर्तव्यपथ तथा कर्तव्य भवन का निर्माण करता है तो दूसरी ओर लाखों नागरिकों तक पाइप से पानी पहुंचाने का अपना कर्तव्य भी निभाता है। उन्होंने कहाकि देश अपने सांसदों केलिए नए आवासों का निर्माण तो कर रहा है, साथही प्रधानमंत्री आवास योजना से 4 करोड़ ग़रीब परिवारों को घर का स्वामित्व भी प्रदान कर रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि देश ने एक नए संसद भवन का निर्माण किया है तो सैकड़ों नए मेडिकल कॉलेज भी स्थापित किए हैं। उन्होंने कहाकि सरकार की पहलों का लाभ समाज के हरवर्ग तक पहुंच रहा है। नवनिर्मित सांसद आवासों में सतत विकास के प्रमुख तत्वों के समावेश पर संतोष व्यक्त करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहाकि ये आवास पर्यावरण अनुकूल और सुरक्षित भविष्य के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवनिर्मित सांसद आवासों में सौर ऊर्जा से संचालित बुनियादी ढांचे को शामिल किए जाने काभी उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि भारत सौर ऊर्जा के क्षेत्रमें उपलब्धियों और नए कीर्तिमानों में परिलक्षित हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि देश के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों के सांसद अब एकसाथ रहेंगे और उनकी उपस्थिति 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना का प्रतीक होनी चाहिए। नरेंद्र मोदी ने परिसर की सांस्कृतिक जीवंतता को बढ़ाने केलिए परिसर में क्षेत्रीय त्योहारों के सामूहिक आयोजन को प्रोत्साहित किया। उन्होंने इन आयोजनों में भाग लेने केलिए अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को आमंत्रित करने और अधिक जनभागीदारी को बढ़ावा देने का सांसदों को सुझाव भी दिया। प्रधानमंत्री ने सांसदों से एकदूसरे की क्षेत्रीय भाषाओं के शब्द सीखने और सिखाने का आग्रह किया, जिससे भाषाई सद्भाव को बढ़ावा मिले। उन्होंने कहाकि स्थिरता और स्वच्छता परिसर की खास विशेषताएं हैं और यह प्रतिबद्धता सभी निभाएं। उन्होंने कहाकि न केवल आवासों, बल्कि पूरे परिसर को साफ और स्वच्छ बनाए रखें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आशा व्यक्त कीकि सभी सांसद एक टीम के रूपमें काम करेंगे और उनके सामूहिक प्रयास राष्ट्र केलिए आदर्श बनेंगे। उन्होंने मंत्रालय और आवास समिति से सांसदों के विभिन्न आवासीय परिसरों केबीच स्वच्छता प्रतियोगिताएं आयोजित करने काभी आग्रह किया। गौरतलब हैकि यह परिसर सांसदों की कार्यात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने केलिए आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। सांसदों केलिए पर्याप्त आवास की कमी की वजह से इस परियोजना का विकास जरूरी था, प्रत्येक आवासीय इकाई में लगभग 5000 वर्ग फुट का कार्पेट एरिया है, जो आवासीय और आधिकारिक कार्यों केलिए पर्याप्त जगह प्रदान करता है। कार्यालयों, कर्मचारियों के आवास और एक सामुदायिक केंद्र केलिए समर्पित क्षेत्रों को शामिल करने से सांसदों को जनप्रतिनिधि के रूपमें अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा करने में मदद मिलेगी। आधुनिक संरचनात्मक डिज़ाइन मानदंडों के अनुसार भूकंपरोधी, व्यापक और मज़बूत सुरक्षा प्रणाली भी परिसर भवनों में लागू की गई है। उद्घाटन कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, मनोहरलाल खट्टर और सांसद उपस्थित थे।