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Monday 25 August 2025 06:16:41 PM
जोधपुर। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज जोधपुर में आदर्श रक्षा एवं खेल अकादमी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहाकि एक खिलाड़ी के अंदर एक सैनिक और एक सैनिक के अंदर एक खिलाड़ी जरूर पैदा होता है, अगर इस परिसर में शिक्षा, खेल और रक्षा का संगम है तो मुझे पूरा विश्वास हैकि यहां से निकले हुए छात्र न केवल देश, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का नाम रोशन कर रहे हैं और करते रहेंगे। उन्होंने रक्षा एवं खेल अकादमी जैसी पहलों के महत्व के बारेमें बताते हुए कहाकि एक सुरक्षित और मजबूत राष्ट्र के निर्माण केलिए रक्षा, शिक्षा और खेल का समन्वय अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहाकि शिक्षा ज्ञान प्रदान करती है, जबकि रक्षा से सुरक्षा सुनिश्चित होती है। राजनाथ सिंह ने कहाकि दृढ़ता, अनुशासन, धैर्य और दृढ़ संकल्प जैसे गुण एक सैनिक केलिए उतने ही महत्वपूर्ण होते हैं, जितने एक खिलाड़ी केलिए।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नागरिकों का भारत को फिरसे ज्ञान, संस्कृति और शक्ति के मामले में दुनिया का अग्रणी देश बनाने का आह्वान किया। रक्षामंत्री ने कहाकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों ने सशस्त्र बलों को पूर्ण समर्थन दिया, जो इसबात का प्रमाण हैकि राष्ट्र की सुरक्षा केवल सरकार या सेना की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहाकि यदि नागरिक विशेषकर युवा अपने कर्तव्यों केप्रति जागरुक और समर्पित रहें तो देश किसीभी कठिनाई का सामना कर सकता है और मजबूत बन सकता है। रक्षामंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युवाओं के उत्साह और दृढ़ संकल्प की सराहना की, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम में हुए नरसंहार का पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी आकाओं को करारा जवाब दिया और भारत के आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के निर्धारित लक्ष्य को सटीकता केसाथ हासिल किया। रक्षामंत्री ने कहाकि भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के कायराना हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है और उसे पूरी दुनिया ने देखा है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि भारत जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करता, लेकिन जहां पहलगाम में आतंकवादियों ने निहत्थे निर्दोष लोगों की धर्म पूछकर हत्या की, वहीं भारतीय सशस्त्र बलों ने आतंकवादियों और उनको शरण देने वालों को उनके कृत्य के आधार पर खात्मा किया। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशन सिंदूर को नए भारत की पहचान बताया। रक्षामंत्री ने कहाकि राजस्थान एक सीमावर्ती राज्य है, इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग भारत की सामरिक संपत्ति हैं और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों ने सशस्त्र बलों को पूरा सहयोग दिया। उन्होंने कहाकि राजस्थान वीर रणबांकुरों की धरती है, जहां एक ओर योद्धाओं ने प्राणों की आहुति देकर भारत माता का मान बढ़ाया, वहीं मीराबाई, धन्ना भगत और पीपा भगत जैसे संतों ने समाज को भक्ति व समरसता की दिशा दी, राजस्थान अर्थ, शक्ति और भक्ति का संगम है। उन्होंने लोगों से सशस्त्र बलों में अधिकारी के रूपमें शामिल होने और राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करने में योगदान देने का आग्रह किया। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अकादमी के उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता की।