
राजस्थान साहित्य अकादमी तथा बीएस मेमोरियल शिक्षा समिति के संयुक्त तत्वावधान में अलवर में ‘वर्तमान समय और युवा साहित्य’ विषय पर साहित्यकार सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त कर इस बात पर चिंता प्रकट की कि साहित्य को भ्रष्ट बनाया जा रहा है, उसे केंद्रीयकृत कर दिया गया है, जबकि इसकी...

हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार काशीनाथ सिंह ने कहा है कि राजनीति में जो हो रहा है, दुर्भाग्य से वैसा ही कुछ साहित्य में भी हो रहा है और आज आलोचना में रचना की बजाय रचनाकार को ध्यान में रखा जाता है, पल्लव इस मायने में सबसे भिन्न हैं कि उनकी नज़र हमेशा रचना पर ही रहती है। काशीनाथ सिंह रविवार को प्रयास संस्थान की ओर से शहर के सूचना...

कृष्ण के चरित पर अनेक रचनाएं साहित्य में मिलती हैं, किंतु सभी रचनाओं में हमें लीलाधारी कृष्ण, नटखट कृष्ण, कंस के संहारक कृष्ण, महाभारत के कृष्ण आदि रूपों का वर्णन मिलता है। महाभारत के बाद द्वारिका लौट गए श्रीकृष्ण के जीवन को किसी रचनाकार ने अपनी रचना का आधार नहीं बनाया है...

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारतीय रिज़र्व बैंक के इतिहास पर पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि यह कहने की जरूरत नहीं है कि भारतीय रिज़र्व बैंक का इतिहास स्वतंत्रता के समय से ही हमारे देश की वृद्धि का इतिहास है, रिज़र्व बैंक ने देश के लिए गौरवमयी भूमिका निभाई है, इसने मौद्रिक नीति तैयार करने, क्रेडिट नीति तैयार करने और यदि...
सब कुछ नहीं जाना जा सकता। जीवन की सीमा है, सृष्टि अनंत है, लेकिन जानने का अपना रस है। ज्ञान रसिक अथक जुटे रहते हैं। अकथ का पता तो भी नहीं चलता। पुराणों में शौनक का नाम बहुत आया है। पुराणों में शौनक प्रश्न करते हैं, सूत जी बोलते हैं। शौनक शानदार प्रश्नकर्त्ता हैं। मुंडकोपनिषद् इन्हीं शौनक के मूलभूत प्रश्न से शुरू होती है। शौनक पहुंचे ऋषि अंगिरा के पास। पूछा, ऐसा क्या है?...
मर्यादा सुंदरतम उपलब्धि है। तुलसीदास ने गाया था-सुंदरता मरजाद भवानी। मर्यादा सौंदर्य है। भारत ने श्रीराम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा। राम परिपूर्ण सुंदर हैं-मर्यादा के कारण। मर्यादा की पौध पर ही शील के सुंदर फूल खिलते हैं। शील की गंध ने बुद्ध को भी खींचा था। 'धम्म पद' में उनके कथन हैं, चंदनं तगरं वापि उप्पलं अथ वास्सिझी/एतेसं गंध जातानं सील गंधो अनुत्तरो-चंदन, तगर, उत्पल या बेला, चमेली...

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नई दिल्ली में पी चिदंबरम पर एक पुस्तक का विमोचन किया। पी चिदंबरम के सम्मान में लिखे गए लेखों के संग्रह के रूप में इस पुस्तक में भारत के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की गई है, इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वित्त मंत्री पी चिदंबरम की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुस्तक के लेखक स्कोच फाउंडेशन के...

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बृहस्पतिवार 25 जुलाई 2013 को अपने कार्यकाल का पहला वर्ष पूरा कर रहे हैं। इस विशेष दिन के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में कई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें राष्ट्रपति भवन के आवासियों के लिए ‘प्रणब मुखर्जी जन पुस्तकालय’ का उद्घाटन, प्रेसीडेंट इस्टेट में स्थित डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद...

उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आज एक कार्यक्रम में डॉ ज़ीनत शौकत अली की पुस्तक हीलिंग मेमोरीज: सिविलाईजेशंस इन डायलॉग का विमोचन किया। इस अवसर पर अंसारी ने कहा कि यह पुस्तक अपने-आप में उपयोगिता का सार-संग्रह है और इसमें महान विचारों को समाहित किया गया है। उन्होंने लोगों को स्वीकार्य रास्ता दिखाने के लिए...
‘विश्वास’ खूबसूरत धारणा है। देखे, सुने और जांचे को मानना विश्वास है और सुने-सुनाए को यों ही मान लेना अंधविश्वास। विश्वास हमारे इंद्रियबोध का परिणाम है। हमारे आंख, कान, नाक, जीभ और स्पर्श से बुद्धि को संवेदन मिलते हैं। बुद्धि उनका विवेचन करती है और विश्वास या अविश्वास प्रकट करती है। अविश्वास और विश्वास दोनो ही बुद्धिगत निर्णय हैं। वे इंद्रियबोध के ही परिणाम हैं...
इक्कीस अप्रैल को ई-पत्रिका अपनी माटी ने माटी के मीत नाम से एक कविता केंद्रित कार्यक्रम का आयोजन किया। सवाई माधोपुर के विनोद पदरज और अजमेर के अनंत भटनागर ने सामान्य श्रोताओं के मध्य नई कविता का प्रभावी पाठ किया और मुक्त छंद की कविता को वाचिक परंपरा से जोड़ने का सफल प्रयत्न किया। विनोद पदरज ने कचनार का पीत पात, बेटी के हाथ की रोटी, शिशिर की शर्वरी, दादी माँ, उम्र आदि कविताएँ सुनाईं, जबकि...
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान में व्याख्यान गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व आईएएस अधिकारी मधुकर द्विवेदी एवं प्रोफेसर उमारमण झा ने प्रोफेसर ओमप्रकाश पांडेय को वर्ष 2007 का विशिष्ट पुरस्कार दिया। इसके तहत उन्हें 51000 रूपए की धनराशि एवं ताम्रपत्र से सम्मानित किया गया। वर्ष 2007 में किन्हीं कारणों से यह पुरस्कार प्रोफेसर ओमप्रकाश पांडेय को नहीं दिया जा सका थ...

उत्तर प्रदेश के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को अधिवक्ता मोहम्मद हसन जैदी के साथ मिल कर “साइबर क्राइम” शीर्षक पर लिखी हिंदी पुस्तक को विधाई विभाग, विधि एवं न्याय मंत्रालय, भारत सरकार से वर्ष 2011 में हिंदी में लिखित अथवा प्रकाशित पुस्तकों में तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। पुरस्कार की धनराशि 20,000 रुपए है, जो दोनों लेखकों...

अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पद्मश्री डॉ नित्यानंद ने लखनऊ साहित्य महोत्सव के अंतर्गत एक भव्य समारोह में डॉ आनंद प्रकाश माहेश्वरी की पुस्तक ‘मायण’ का विमोचन किया। कैंसर से ग्रसित एक महिला की सांसारिक, पारिवारिक एवं आध्यात्मिक जीवन यात्रा से जुड़ी प्रस्तुत पुस्तक की कथावस्तु पर पद्मश्री रूना बनर्जी ने कहा कि पुस्तक...

नई दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान के सभागार में सुप्रसिद्ध साहित्यकार रमेश उपाध्याय की आत्मकथात्मक एवं साहित्यिक विमर्शों की नई पुस्तक ‘मेरा मुझ में कुछ नहीं’ का लोकार्पण वरिष्ठ आलोचक विश्वनाथ त्रिपाठी ने किया। अध्यक्षीय वक्तव्य में विश्वनाथ त्रिपाठी ने कहा कि मैं रमेश उपाध्याय से प्रेरणा पाता रहा हूं और आज भी...