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वियतनाम एवं अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ में करार

भगवान बुद्ध की शिक्षा करुणा ज्ञान शांति के साझा आदर्शों को बढ़ावा

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर समारोह में हुए शामिल

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 8 May 2025 04:39:42 PM

agreement between vietnam and international buddhist confederation

हनोई। केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर में वियतनाम बौद्ध संघ और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ केबीच घोषणापत्र पर हस्ताक्षर समारोह में भाग लिया। भारतीय राजदूत और प्रमुख प्रतिनिधियों केसाथ इस समझौते ने आधिकारिक तौरपर अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के वियतनाम अध्याय को लॉंच किया, जिससे बुद्ध धम्म में निहित सांस्कृतिक, शैक्षिक और मानवीय आदान-प्रदान का मार्ग प्रशस्त हुआ। वियतनाम में संयुक्तराष्ट्र वेसाक दिवस-2025 पर भारत से ले जाए गए तथागत भगवान गौतम बौद्ध के पवित्र अवशेष प्रदर्शनी के दौरान अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महासचिव शारत्से खेंसुर रिनपोछे जंगचुप चोएडेन और राष्ट्रीय वियतनाम बौद्ध संघ के अध्यक्ष एवं आईबीसी की धम्म परिषद के सदस्य डॉ थिच थीएन न्हान ने इनपर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों संस्थानों केबीच 29 मई 2022 को हुए समझौते के अनुपालन में यह समझौता किया गया है, जिसका उद्देश्य सहयोग को गहरा करना और भगवान बुद्ध की शिक्षाओं में निहित करुणा, ज्ञान और शांति के साझा आदर्शों को बढ़ावा देना है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने वियतनाम के हो ची मिन्ह शहर में संयुक्तराष्ट्र वेसाक दिवस समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व किया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों की ओरसे सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ की वियतनाम शाखा के आधिकारिक शुभारंभ पर की गई इस घोषणा पर संघ के उपाध्यक्ष थिच थीएन फाप और भारत की ओरसे आईबीसी के महानिदेशक अभिजीत हलदर ने भी हस्ताक्षर किए। यह समझौता व्यापक रूपसे वियतनाम और उसके बाहर बौद्ध धर्म के मूल मूल्यों को बढ़ावा देने केलिए एक मंच के रूपमें कार्य करेगा, जो वैश्विक शांति, सद्भाव और सतत विकास में योगदान देगा। इससे बौद्ध परम्पराओं, विद्यालयों और देशों में बौद्ध अनुयायियों केबीच भाईचारे के संबंध भी और मजबूत होंगे। यह सांस्कृतिक, शैक्षिक और मानवीय आदान-प्रदान कार्यक्रमों को सुगम बनाएगा तथा बौद्ध शिक्षाओं की समझ और प्रसार को बढ़ाने वाले अनुसंधान, प्रकाशन एवं आयोजनों को भी समर्थन देगा। यह समझौता वियतनामी बौद्ध समुदाय को आईबीसी द्वारा समन्वित क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर प्रतिनिधित्व करने में सक्षम बनाता है।
गौरतलब हैकि अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ की स्थापना केबाद से ही आईबीसी और वीबीएस पारंपरिक साझेदार हैं। वीबीएस के वरिष्ठ सदस्य अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ शासी निकाय के सदस्य हैं। भारत और वियतनाम केबीच इस समझौते से दोनों देशों के बौद्ध संस्थानों केबीच संबंध और मजबूत होंगे। वियतनाम में भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की प्रतिष्ठापना ने अनगिनत लोगों के दिलों को गहराई से छू लिया और दुनिया ने जानाकि कैसे भारत आजभी बुद्ध के शाश्वत ज्ञान के अनुसार चल रहा है, जो आज की दुनिया में स्थिरता, शांति और करुणा को बढ़ावा दे रहा है। इस अवसर पर वियतनाम में भारत के राजदूत संदीप आर्य और वियतनाम बौद्ध विश्वविद्यालय के स्थायी कुलपति एवं आईबीसी के उपाध्यक्ष डॉ थिच नहत थू, वियतनामी एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य, वीबीएस में भारत से संबंधित गतिविधियों में सक्रिय सदस्य भी उपस्थित थे।

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