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ऑपरेशन सिंदूर भारत के न्याय का नया स्वरूप-मोदी

बीकानेर से 26000 करोड़ रु. की विकास परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित

'पाकिस्तान को हर आतंकवादी हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 22 May 2025 06:12:45 PM

pm narendra modi

बीकानेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि राजस्थान की वीर धरा हमें सिखाती हैकि देश और देशवासियों से बड़ा और कुछ नहीं। उन्होंने कहाकि 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने धर्म पूछकर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था, वो गोलियां पहलगाम में चली थीं, लेकिन उन गोलियों से 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ था, इसके बाद हर देशवासी ने एकजुट होकर संकल्प लिया थाकि आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देंगे, उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि देश की सेना के शौर्य से हमसब उस प्रण पर खरे उतरे हैं, हमारी सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी थी और तीनों सेनाओं ने मिलकर ऐसा चक्रव्यूह रचाकि पाकिस्तान को घुटने टेकने केलिए मजबूर कर दिया। उन्होंने कहाकि 22 तारीख के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकवादियों के 9 सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए, दुनिया और देश के दुश्मनों ने भी देख लियाकि जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है। उन्होंने कहाकि ये शोध प्रतिशोध का खेल नहीं, ये न्याय का नया स्वरूप है, ये ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ आक्रोश नहीं है, ये समर्थ भारत का रौद्ररूप है, पहले घर में घुसकर किया था, अब सीधा सीने पर प्रहार किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'विकसित भारत, विकसित राजस्थान' के संकल्प की सिद्धि हेतु आज पलाना (बीकानेर) में 26000 करोड़ रुपये की लागत की जनकल्याणकारी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण करके उन्‍हें राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहाकि ये संयोग ही हैकि पांच साल पहले जब बालाकोट में देश ने एयर स्ट्राइक की थी, उसके बाद उनकी पहली जनसभा राजस्थान में ही सीमा पर हुई थी। उन्होंने कहाकि वीरभूमि का ही ये तप हैकि ऐसा संयोग बन जाता है, अब इसबार जब ऑपरेशन सिंदूर हुआ तो उसके बाद उनकी पहली जनसभा फिर यहां वीरभूमि राजस्थान की सीमा पर बीकानेर में हुई है। प्रधानमंत्री ने कहाकि जब मैं दिल्ली से यहां आया तो बीकानेर के नाल एयरपोर्ट पर उतरा, पाकिस्तान ने इस एयरबेस को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन वो इस एयरबेस को रत्तीभर भी नुकसान नहीं पहुंचा पाया और वहीं यहांसे कुछ ही दूर सीमापार पाकिस्तान का रहीमयार खान एयरबेस है, पता नहीं आगे कब खुलेगा, आईसीयू में पड़ा है, भारत की सेना के अचूक प्रहार ने जिसको तहस-नहस कर दिया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि वे करणी माता का आशीर्वाद लेकर यहां कार्यक्रम में आए हैं, यह आशीर्वाद विकसित भारत निर्माण के संकल्प को और मजबूत करता है। उन्होंने देश के विकास में इन परियोजनाओं के महत्व को रेखांकित किया और इन 11 वर्ष में सड़कों, हवाई अड्डों, रेल और रेलवे स्टेशनों में हुई तीव्र प्रगति का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत अब बीते वर्षों की तुलना में बुनियादी ढांचे के विकास में छह गुना अधिक निवेश कर रहा है, जिसने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने देश के उत्तर में उल्लेखनीय चिनाब ब्रिज, अरुणाचल प्रदेश में सेला सुरंग और पूर्व में असम में बोगीबील ब्रिज का उदाहरण दिया। उन्होंने पश्चिमी भारत में मुंबई में अटल सेतु का उल्लेख किया, जबकि दक्षिण में उन्होंने भारत के अपनी तरह के पहले पंबन ब्रिज का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने देश की नई गति और प्रगति के प्रतीक के रूपमें वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत रेलों का उल्‍लेख किया। उन्होंने कहाकि अब लगभग 70 मार्गों पर वंदे भारत रेल चल रही हैं, इनसे दूरदराज के क्षेत्रोंमें आधुनिक रेल संपर्क स्‍थापित हो रहा है। उन्होंने कहाकि ब्रॉड गेज लाइनों पर मानवरहित लेवल क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया गया है, जिससे सुरक्षा में वृद्धि हुई है। नरेंद्र मोदी ने कार्गो परिवहन को सुव्यवस्थित करने केलिए समर्पित माल गलियारों के तेजीसे विकास और भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना के वर्तमान में जारी निर्माण का भी उल्‍लेख किया। उन्होंने कहाकि इन प्रयासों केसाथ यात्री अनुभव को बेहतर बनाने केलिए 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि आधुनिक रेलवे स्टेशनों का नाम अमृत भारत स्टेशन रखा गया है और ऐसे 100 से अधिक स्टेशनों का निर्माण पूरा हो चुका है। उन्होंने कहाकि सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इन स्टेशनों के अद्भुत परिवर्तन को देखा है, जो स्थानीय कला और इतिहास के प्रदर्शन के रूपमें कार्य करते हैं। प्रधानमंत्री ने राजस्थान के मंडलगढ़ स्टेशन सहित कई उदाहरणों पर चर्चा की, जो राजपूत परंपराओं की भव्यता को दर्शाता है, बिहार का थावे स्टेशन मधुबनी कलाकृति केसाथ माँ थावेवाली की पवित्र उपस्थिति को दर्शाता है। मध्य प्रदेश का ओरछा रेलवे स्टेशन भगवान श्रीराम के दिव्य सार को दर्शाता है, जबकि श्रीरंगम स्टेशन का डिज़ाइन श्रीरंगनाथ स्वामी मंदिर से प्रेरणा लेता है। गुजरात का डाकोर स्टेशन रणछोड़ राय को श्रद्धांजलि देता है, तिरुवन्नामलाई स्टेशन द्रविड़ वास्तुकला सिद्धांतों का पालन करता है और बेगमपेट स्टेशन काकतीय राजवंश की वास्तुकला विरासत का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कहाकि ये अमृत भारत स्टेशन न केवल भारत की हजारों वर्ष पुरानी विरासत को संरक्षित करते हैं, बल्कि राज्यों में पर्यटन विकास केलिए उत्प्रेरक के रूपमें भी कार्य करते हैं, जिससे युवाओं केलिए रोज़गार के नए अवसरों का सृजन होता है। उन्होंने लोगों से स्टेशनों की स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया, क्योंकि वे ही इन बुनियादी ढांचे के असली मालिक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि खर्च किए जा रहे हजारों करोड़ रुपये सीधे तौरपर श्रमिकों, दुकानदारों, कारखाने के कर्मचारियों और ट्रक एवं टेम्पो ऑपरेटरों जैसे परिवहन क्षेत्रोंसे जुड़े लोगों को लाभ पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहाकि एकबार बुनियादी ढांचा परियोजनाएं पूरी हो जाने केबाद लाभ कई गुना बढ़ जाते हैं, किसान अपनी उपज को कम लागत पर बाजारों तक पहुंचा सकते हैं, जिससे बर्बादी कम होती है, अच्छी तरहसे विकसित सड़कें और विस्तारित रेलवे नेटवर्क नए उद्योगों को आकर्षित करते हैं और पर्यटन को काफी बढ़ावा देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि बुनियादी ढांचे पर खर्च से अंततः हर घर को लाभ होता है, जिसमें युवा लोग उभरते आर्थिक अवसरों से सबसे अधिक लाभांवित होते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि गांवों और यहां तककि सीमावर्ती क्षेत्रोंमें भी उच्च गुणवत्तायुक्‍त सड़कें बनाई जा रही हैं, अकेले राजस्थान के सड़क बुनियादी ढांचे में लगभग 70000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार इसवर्ष राज्य में रेलवे विकास पर लगभग 10000 करोड़ रूपये खर्च करने वाली है, जो 2014 से पहले के स्तर की तुलना में 15 गुना वृद्धि को दर्शाता है। उन्होंने बीकानेर को मुंबई से जोड़ने वाली एक नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए कहाकि इससे कनेक्टिविटी और बेहतर होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के प्रशासन ने विभिन्न क्षेत्रोंमें नई औद्योगिक नीतियों का शुभारंभ किया है, जिससे बीकानेर जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा। उन्होंने कहाकि बीकानेरी भुजिया और बीकानेरी रसगुल्ले अपनी वैश्विक पहचान का विस्तार करेंगे, जिससे राज्य के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को और मजबूती मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि राजस्थान की रिफाइनरी परियोजना अपने अंतिम चरण में है, जिससे राज्य पेट्रोलियम आधारित उद्योगों केलिए एक प्रमुख केंद्र बन जाएगा। उन्होंने अमृतसर से जामनगर तक छह लेन के आर्थिक गलियारे के महत्व को भी रेखांकित किया, जो श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालौर से होकर गुजरता है। उन्होंने राजस्थान में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लगभग पूरा होने की जानकारी देते हुए कहाकि ये कनेक्टिविटी परियोजनाएं राज्य के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी। नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना की प्रगति का उल्‍लेख करते हुए कहाकि राज्य में 40000 से ज़्यादा लोग इससे लाभांवित हो चुके हैं। उन्होंने कहाकि राज्य में बिजली उत्पादन में वृद्धि औद्योगिक विकास को गति देने में अहम भूमिका निभा रही है। नरेंद्र मोदी ने रेगिस्तानी इलाकों को उपजाऊ परिदृश्य में बदलने में महाराजा गंगा सिंह के दूरदर्शी प्रयासों को स्‍मरण किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्षेत्र केलिए जल के अत्‍यधिक महत्व और बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ एवं पश्चिमी राजस्थान जैसे क्षेत्रों के विकास में इसकी भूमिका का उल्‍लेख किया। उन्होंने कहाकि सरकार सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने केसाथ नदियों को जोड़ने की पहल लागू करने पर सक्रिय रूपसे काम कर रही है। उन्होंने पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के प्रभाव को रेखांकित किया, जिससे राजस्थान के कई जिलों को लाभ होगा, किसानों केलिए बेहतर कृषि संभावनाएं सुनिश्चित होंगी और क्षेत्रकी स्थिरता बढ़ेगी। प्रधानमंत्री ने चुरू में दिए अपने बयान को याद करते हुए राष्ट्र केप्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराईकि इस मिट्टी की सौगंध मैं देश को गिरने नहीं दूंगा, मैं देश को झुकने नहीं दूंगा। उन्होंने राजस्थान से घोषणा कीकि पवित्र सिंदूर को मिटाने का प्रयास करने वालों को धूल में मिला दिया गया है और जिन्होंने भारत का खून बहाया है, उन्हें अब इसकी पूरी कीमत चुकानी पड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहाकि जो लोग मानते थेकि भारत चुप रहेगा, वे अब छिप गए हैं, जबकि जो लोग अपने हथियारों के बारेमें शेखी बघारते थे, वे अब मलबे के नीचे दबे पड़े हैं। उन्‍होंने कहाकि ऑपरेशन सिंदूर बदले की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि न्याय का एक नया रूप था। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह केवल आक्रोश की अभिव्यक्ति नहीं थी, बल्कि भारत की अटूट शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन था। उन्होंने कहा कि राष्ट्र ने एक साहसिक दृष्टिकोण अपनाया है और दुश्मन पर सटीक और निर्णायक हमला किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद से निपटने के तीन सूत्र तय कर दिए हैं, पहला-भारत पर आतंकी हमला हुआ तो करारा जवाब मिलेगा, समय हमारी सेनाएं तय करेंगी, तरीका भी हमारी सेनाएं तय करेंगी और शर्तें भी हमारी होंगी। दूसरा-एटम बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है और तीसरा-हम आतंकवाद के आकाओं और आतंकवाद की सरपरस्त सरकार को अलग-अलग नहीं देखेंगे, उन्हें एक ही मानेंगे। उन्होंने कहाकि पाकिस्तान का ये स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर वाला खेल अब नहीं चलेगा। उन्होंने कहाकि पूरी दुनिया में पाकिस्तान की पोल खोलने केलिए हमारे देश के सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल पहुंच रहे हैं और इसमें देश के सभी राजनीतिक दलों के लोग हैं, विदेश नीति के जानकार हैं, गणमान्य नागरिक हैं, अब पाकिस्तान का असली चेहरा पूरी दुनिया को दिखाया जाएगा। नरेंद्र मोदी ने कहाकि पाकिस्तान कभीभी भारत केसाथ सीधे टकराव में जीत नहीं सकता, खुली लड़ाई में सफल न होने के कारण पाकिस्तान ने लंबे समय से आतंकवाद को भारत के खिलाफ हथियार के रूपमें इस्तेमाल किया है, हिंसा का सहारा लिया है और भय का माहौल बनाया है। उन्होंने घोषणा कीकि पाकिस्तान ने भारत के संकल्प को कम करके आंका है। प्रधानमंत्री ने कहाकि उनके नेतृत्व में देश मजबूत और अडिग है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि पाकिस्तान केसाथ न तो व्यापार होगा और न ही बातचीत, अब कोईभी चर्चा केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर ही होगी। उन्होंने चेतावनी दीकि अगर पाकिस्तान आतंकवादियों को भेजना जारी रखता है तो उसे आर्थिक बर्बादी का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहाकि भारत पाकिस्तान को उसके हिस्से के पानी तक पहुंच नहीं देगा और भारतीय खून से खेलने की उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, यह संकल्प भारत की प्रतिबद्धता है, जिसे दुनिया की कोई भी ताकत हिला नहीं सकती। नरेंद्र मोदी ने कहाकि विकसित भारत के निर्माण केलिए सुरक्षा और समृद्धि दोनों ही आवश्यक हैं। उन्होंने कहाकि यह सपना तभी साकार हो सकता है, जब देश के हर कोने को मजबूत बनाया जाए। उन्होंने कहाकि आजका यह कार्यक्रम भारत के संतुलित और त्वरित विकास का एक अनुकरणीय प्रदर्शन है। प्रधानमंत्री ने देशनोक पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन परिसर में शहीदों के सम्मान में प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुनराम मेघवाल, राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, राजस्थान सरकार मंत्रीगण, सांसद, विधायक और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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