स्वतंत्र आवाज़
word map

सिंदूर ऑपरेशन पर ट्रंप से कोई डील नहीं हुई-मोदी

ऑपरेशन सिंदूर पर नरेंद्र मोदी और ट्रंप में हुआ गंभीर टेलीफोनिक संवाद

'भारत के लिए आतंकवाद अब छद्म युद्ध नहीं रहा, बल्कि यह एक 'युद्ध'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 18 June 2025 07:27:48 PM

narendra modi and donald trump (file photo)

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात जी-7 सम्मेलन पर होनी तय थी, किंतु राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जल्दी वापस अमेरिका लौटना पड़ा, जिस कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आग्रह पर आज दोनों लीडर्स की फोन पर बात हुई, जो लगभग 35 मिनट चली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शोक संवेदना प्रकट की थी और आतंक के खिलाफ़ अमेरिका का समर्थन व्यक्त किया था, उसके बाद दोनों लीडर्स की यह पहली बातचीत थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को स्पष्ट रूपसे कहाकि 22 अप्रैल केबाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने का अपना नजरिया और दृढ़ संकल्प पूरी दुनिया को बता दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कहाकि 6-7 मई की रात को भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सिर्फ़ आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया था और भारत के एक्शन बहुत ही नपेतुले, सटीक और गैर-एस्केलेटरी थे। नरेंद्र मोदी ने उन्हें बतायाकि भारत ने उस समय यहभी स्पष्ट कर दिया थाकि पाकिस्तान की गोली का जवाब भारत गोले से देगा, नौ मई की रात को उपराष्ट्रपति वेंस ने प्रधानमंत्री को फोन किया था। उपराष्ट्रपति वेंस ने प्रधानमंत्री से कहा थाकि पाकिस्तान भारत पर बड़ा हमला कर सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें साफ़ शब्दों में बता दिया थाकि यदि ऐसा होता है तो भारत पाकिस्तान को उससे भी बड़ा जवाब देगा। नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को बतायाकि 9-10 मई की रात को पाकिस्तान के हमले का भारत ने बहुत सशक्त जवाब दिया, पाकिस्तान की सेना को बहुत नुकसान पहुंचाया, उसके मिलिट्री एयरबेसस को निष्क्रिय बना दिया और भारत के मुहतोड़ जवाब के कारण पाकिस्तान को भारत से सैन्य कारवाई रोकने का आग्रह करना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को स्पष्ट रूपसे कहाकि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कभीभी किसीभी स्तरपर भारत-अमेरिका ट्रेड डील या अमरीका द्वारा भारत और पाकिस्तान केबीच मध्यस्थता जैसे विषयों पर बात नहीं हुई। सैन्य कार्रवाई रोकने की बात सीधे भारत और पाकिस्तान केबीच दोनों सेनाओं की मौजूदा चैनल के माध्यम से हुई थी और पाकिस्तान के ही आग्रह पर हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत ने न तो कभी मध्यस्थता स्वीकार की थी, न करता है, और न ही कभी करेगा, इस विषय पर भारत में पूर्णरूप से राजनैतिक एकमत है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री की बातों को समझा और आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई केप्रति समर्थन व्यक्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत अब आतंकवाद को छद्म युद्ध नहीं, युद्ध के रूपमें ही देखता है और भारत का ऑपरेशन सिंदूर अभीभी जारी है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछाकि क्या वे कनाडा से वापसी में अमेरिका रुककर जा सकते हैं, पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण प्रधानमंत्री ने अपनी असमर्थता व्यक्त की। दोनों लीडर्स ने तब तय कियाकि वे निकट भविष्य में मिलने का प्रयास करेंगे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल-ईरान केबीच चल रहे संघर्ष पर भी चर्चा की। रूस-यूक्रेन टकराव पर दोनों ने सहमति जताईकि जल्द से जल्द शांति केलिए दोनों पक्षों में सीधी बातचीत जरूरी है और इसके लिए प्रयास करते रहना चाहिए। हिंद-प्रशांत क्षेत्रके संबंध में दोनों नेताओं ने अपने परिप्रेक्ष्य साझा किए और इस क्षेत्रमें क्वाड की अहम भूमिका केप्रति समर्थन जताया, जिसकी अगली बैठक केलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया। राष्ट्रपति ने निमंत्रण स्वीकार करते हुए कहाकि वे भारत आने केलिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति केबीच टेलीफोन पर हुई बातचीत पर भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यह वक्तव्य जारी किया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]