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Wednesday 25 June 2025 12:25:27 PM
सोनभद्र। नरेंद्र मोदी सरकार ने पीएम विश्वकर्मा, स्किल इंडिया केबाद अब ‘नव्या’ से सशक्त भारत की एक नई शुरुआत कर दी है। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने किशोर युवतियों को सशक्त बनाने और विकसित भारत@2047 विज़न के अंतर्गत ‘नव्या’ (युवा किशोरियों केलिए व्यावसायिक प्रशिक्षण के ज़रिए आकांक्षाओं का पोषण) कार्यक्रम की सोनभद्र में भव्य शुरूआत कर दी है। इसका उद्देश्य 16-18 वर्ष की किशोरियों को मुख्य रूपसे गैर पारंपरिक और उभरते हुए क्षेत्रोंमें रोज़गारपरक व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। देशभर से किशोरियों ने वेबकास्ट के ज़रिए कार्यक्रम में वर्चुअल रूपसे भाग लिया, इससे भारत के हर हिस्से से उनकी उत्साहपूर्ण उपस्थिति दर्ज हुई।
कौशल विकास राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने इस अवसर पर कहाकि नव्या कार्यक्रम, महज़ रोज़गार केबारे में ही नहीं है, बल्कि यह युवा किशोरियों खासकर सोनभद्र जैसे आकांक्षी और आदिवासी जिलों में आत्मविश्वास, आर्थिक स्वतंत्रता और उद्यमशीलता की भावना पैदा करने केबारे में है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की चयनित किशोरियों को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना केतहत अल्पकालिक कौशल विकास पाठ्यक्रमों के ज़रिए प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे अपने छोटे व्यवसाय स्थापित करने के काबिल बन सकें। सावित्री ठाकुर ने कहाकि नव्या कार्यक्रम किशोरियों को सशक्त बनाने के हमारे साझा मिशन में मील का पत्थर है, व्यावसायिक प्रशिक्षण के ज़रिए हमारा लक्ष्य उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी नागरिक बनने में मदद करना है। उन्होंने कहाकि यह पहल न केवल उन्हें ज़रूरी कौशल प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें सम्मान, स्वतंत्रता और आत्मविश्वास का जीवन जीने में मददगार साबित होगी। पहले चरण में ‘नव्या’ को 19 राज्यों के 27 पूर्वोत्तर और आकांक्षी जिलों में शुरू कर दिया गया है। प्रत्येक भागीदार जिले में किशोरियों की ज़रूरतों के हिसाब से नौकरी-भूमिका-विशिष्ट व्यावसायिक पाठ्यक्रम वाले प्रशिक्षण केंद्र बनाए गए हैं।
नव्या कार्यक्रम केतहत किशोरियों को ग्राफ़िक डिज़ाइन, दूरसंचार, वित्तीय सेवाएं, स्मार्टफ़ोन, ड्रोन असेंबली, सोलर पीवी, सीसीटीवी इंस्टॉलेशन और हाथ की कढ़ाई जैसे कौशलों में प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे तेज़ीसे विकसित हो रहे नौकरी बाज़ार में उभरते अवसरों केलिए सशक्त बन सकें। पीएमकेवीवाई और पीएम विश्वकर्मा योजना जैसी एमएसडीई की प्रमुख योजनाओं से मौजूदा संसाधनों का उपयोग करके नव्या कार्यक्रम केतहत प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान पीएमकेवीवाई और पीएम विश्वकर्मा केतहत सफल प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र दिए गए। लाभार्थियों केसाथ संवादात्मक सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने कौशल विकास के ज़रिए बदलाव की अपनी यात्रा को साझा किया। केंद्र सरकार ‘नव्या’ के जरिए समावेशी विकास केप्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है, ताकि हर लड़की, चाहे वह किसी भी भौगोलिक या पृष्ठभूमि की हो, देश के विकास में अहम योगदान देने केलिए कौशल, अवसर और आत्मविश्वास से लैस हो।