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Wednesday 2 July 2025 04:20:31 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) को भारत की अग्रणी समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले नाम दिया है। अन्नपूर्णा देवी ने इस अवसर पर कहाकि ऐसा करना भारत के अग्रणी समाज सुधारकों की विरासत को श्रद्धांजलि है और महिला एवं बाल केंद्रित विकास केप्रति सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। अन्नपूर्णा देवी ने कहाकि यह कदम संस्थान की उभरती भूमिका और देशभर में महिलाओं एवं बच्चों के विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित करने को दर्शाता है। अन्नपूर्णा देवी ने बतायाकि सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान का मुख्यालय नई दिल्ली में है, जबकि इसके क्षेत्रीय केंद्र बैंगलोर, गुवाहाटी, लखनऊ, इंदौर और मोहाली में हैं। यह संस्थान महिला एवं बाल विकास के क्षेत्रमें प्रशिक्षण, अनुसंधान, दस्तावेज़ीकरण और क्षमता निर्माण केलिए शीर्ष निकाय के रूपमें कार्य करता है।
मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहाकि संस्थान अपने ऑनलाइन और भौतिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न प्रमुख योजनाओं के तहत कार्यांवयन तंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने बतायाकि संपर्क और क्षेत्रीय क्षमता निर्माण को मजबूत करने के उद्देश्य से 4 जुलाई को रांची में एक नए क्षेत्रीय केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने बतायाकि यह केंद्र मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रमों-मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य और मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के विशेष प्रशिक्षण और अनुसंधान आवश्यकताओं को पूरा करेगा, इसमें विशेष रूपसे झारखंड, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। अन्नपूर्णा देवी ने कहाकि अबतक इन राज्यों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को आंशिक रूपसे गुवाहाटी और लखनऊ के क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से पूरा किया जाता था, जिससे लंबी यात्रा दूरी के कारण कई पदाधिकारियों केलिए रसद संबंधी चुनौतियां थीं। उन्होंने कहाकि यह नया क्षेत्रीय केंद्र बाल मार्गदर्शन और परामर्श में एडवांस डिप्लोमा प्रदान करेगा और इन राज्यों में अग्रिम पंक्ति के पदाधिकारियों केलिए बेहतर पहुंच की सुविधा प्रदान करेगा।
अन्नपूर्णा देवी ने कहाकि इन चार राज्यों के 115 जिलों में फैले मंत्रालय के मिशनों के अंतर्गत सात लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं, रांची में नए क्षेत्रीय केंद्र का उद्घाटन पूर्वी क्षेत्रमें विकेंद्रीकृत क्षेत्र विशिष्ट क्षमता निर्माण की दिशामें एक महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने कहाकि यह केंद्र न केवल अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण और सहायता करके सशक्त करेगा, बल्कि जमीनी स्तरपर हमारे प्रमुख मिशनों को भी मजबूत करेगा। उन्होंने कहाकि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैंकि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में कोईभी महिला या बच्चा पीछे न छूटे।