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नवनियुक्त वायु योद्धाओं की भव्य दीक्षांत परेड

सीडीएस ने मेधावी फ्लाइट कैडेटों को राष्ट्रपति कमीशन प्रदान किया

वायुसेना की दीक्षांत परेड का मुख्य आकर्षण था 'कमीशनिंग समारोह'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 13 December 2025 06:06:52 PM

cds presented the president's commission to the meritorious flight cadets

हैदराबाद। भारतीय वायुसेना अकादमी डुंडीगल (हैदराबाद) में आज समारोहपूर्वक संयुक्त दीक्षांत परेड हुई। यह भारतीय वायुसेना की फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के फ्लाइट कैडेटों के पूर्व कमीशनिंग प्रशिक्षण के सफल समापन का प्रतीक थी। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान परेड के समीक्षा अधिकारी थे। उन्होंने 216वें कोर्स के स्नातक फ्लाइट कैडेटों को राष्ट्रपति कमीशन प्रदान किया। इस दिन 244 फ्लाइट कैडेटों ने दीक्षांत समारोह में भाग लिया था, जिनमें 215 पुरुष और 29 महिला कैडेट शामिल थे। एयर मार्शल तेजिंदर सिंह एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ट्रेनिंग कमांड और एयर मार्शल पीके वोहरा कमांडेंट एएफए ने सीडीएस का स्वागत किया। परेड में सीडीएस को जनरल सैल्यूट दिया गया, जिसके बाद एक शानदार मार्च पास्ट हुआ। इस अवसर पर भारतीय नौसेना के छह अधिकारियों, भारतीय तटरक्षक बल के आठ अधिकारियों और वियतनाम समाजवादी गणराज्य के दो प्रशिक्षुओं को उड़ान प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर 'विंग्स' से सम्मानित किया गया। पांच अधिकारियों को नेविगेशन प्रशिक्षण पूरा करने पर 'ब्रेवेट' प्रदान किए गए। स्नातक अधिकारियों के परिजन भी समारोह में उपस्थित थे।
वायुसेना की दीक्षांत परेड का मुख्य आकर्षण कमीशनिंग समारोह था, जिसमें स्नातक कैडेटों को फ्लाइंग ऑफिसर के रूपमें कमीशन दिया गया। स्नातक अधिकारियों को शपथ दिलाई गई, जिसमें उन्होंने देश की संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करने का संकल्प लिया। स्नातक परेड के दौरान पिलाटस पीसी-7, हॉक, किरण और चेतक विमानों ने सुव्यवस्थित और समन्वित फ्लाई पास्ट किया। आकाश गंगा टीम और एयर वॉरियर ड्रिल टीम के रोमांचक प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विभिन्न प्रशिक्षण विषयों में उनके असाधारण प्रदर्शन को सम्‍मान देते हुए समीक्षा अधिकारी जनरल अनिल चौहान ने फ्लाइंग शाखा के फ्लाइंग ऑफिसर तनिष्क अग्रवाल को पायलट कोर्स में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने केलिए प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पट्टिका और नवानगर सोर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया। फ्लाइंग ऑफिसर सक्षम डोबरियाल को नेविगेशन स्ट्रीम में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने केलिए राष्ट्रपति पट्टिका से सम्मानित किया गया। फ्लाइंग ऑफिसर नितेश कुमार को ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने केलिए राष्ट्रपति पट्टिका से सम्मानित किया गया।
जनरल अनिल चौहान ने नवनियुक्त अधिकारियों की बेदाग वर्दी, सटीक ड्रिल और परेड के उच्चतम मानकों के पालन की सराहना की। उन्होंने स्नातक अधिकारियों को सेना में शामिल होने और मातृभूमि की सेवा करने के लिए बधाई दी। उन्होंने अधिकारियों से अहंकार और अज्ञानता से दूर रहने और सिद्धांतों के मामले में दृढ़ रहने का आग्रह किया। उन्होंने युद्ध जीतने केलिए विषमता पैदा करने और उसे बनाए रखने पर भी जोर दिया और कहाकि ऐसा उभरते क्षेत्रों में करना कहीं अधिक आसान है। उन्होंने प्रौद्योगिकी को एक निर्णायक कारक बताया और कहाकि इसलिए हमें एआई संचालित डेटा फ्यूजन, मानव-मानवरहित टीमिंग, स्वायत्त और मानवरहित प्रणालियों और संज्ञानात्मक डोमेन संचालन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय वायुसेना की अद्वितीय पेशेवराना अंदाज का प्रमाण है, एक निरंतर प्रक्रिया है, जिसे जेएआई द्वारा निर्देशित किया जाना चाहिए, संयुक्तता, आत्मनिर्भरता और नवाचार जेएआई के मूल सिद्धांत हैं और ये भारत की युद्ध शक्ति के भविष्य को आकार देंगे। उन्होंने अधिकारियों को साहसपूर्वक सेवा करने और निडरता से नेतृत्व करने केलिए प्रोत्साहित करते हुए अपना संबोधन समाप्त किया।
वायुसेना की दीक्षांत परेड का समापन नवनियुक्त अधिकारियों के दो कॉलम की धीमी गति से मार्च करने केसाथ हुआ, जो सैन्य मार्च की धुनों पर आधारित था और एक विशेष भावनात्मक क्षण आया, जब वायुसेना प्रमुख (सीएएस) एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने उनके ऊपर तीन विमानों के किरण फॉर्मेशन का नेतृत्व किया और उनके साथ उड़ान भरी, जबकि उनके तत्काल कनिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें पहली सलामी दी। सारंग हेलीकॉप्टर की प्रदर्शन टीम और सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम (एसकेएटी) के प्रस्तुत एक मनमोहक सिंक्रोनस फ्लाइंग डिस्प्ले वायुसेना की संयुक्त दीक्षांत परेड के भव्य समापन का हिस्सा था।

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