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Tuesday 3 June 2025 01:31:56 PM
ओस्लो/ नई दिल्ली। केंद्रीय पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ओस्लो में जापान के अंतर्राष्ट्रीय मामले, भूमि, इंफ्रास्ट्रक्चर, परिवहन और पर्यटन मंत्रालय में उपमंत्री टेराडा योशिमीची केसाथ द्विपक्षीय बैठक में सामुद्रिक संबंधों को औरभी ज्यादा समृद्ध करने के उद्देश्य से जापानी शिपयार्ड द्वारा निवेश, बंदरगाहों का डिजिटलीकरण और हरित बंदरगाह पहल पर सहयोग, अनुसंधान व विकास हेतु सहयोग बढ़ाने, मानव संसाधनों का कौशल विकास, जापान में भारतीय नाविकों के रोज़गार सहित कई और क्षेत्रों पर गहन विमर्श किया। दोनों मंत्रियों ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप द्वीप समूह को स्मार्ट द्वीप समूह में बदलने केलिए टिकाऊ प्रौद्योगिकियों, आपदारोधी इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतर कनेक्टिविटी के इस्तेमाल पर जोर दिया। द्वीप क्षेत्रों के विकास में जापान की समृद्ध विशेषज्ञता को महत्व देते हुए सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि इन क्षेत्रोंमें जापान की विशेषज्ञता अत्यधिक मूल्यवान है, हम अंडमान और निकोबार व लक्षद्वीप द्वीप समूह में अक्षय ऊर्जा, स्मार्ट मोबिलिटी सिस्टम और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में संयुक्त कार्य की गुंजाइश देखते हैं एवं ये पहल पारिस्थितिकीय संरक्षण और क्षेत्रीय सामुद्रिक सुरक्षा केलिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को बढ़ावा देंगी।
जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और जापान के उपमंत्री टेराडा योशिमीची ने भारतीय और जापानी शिपयार्ड केबीच ग्रीनफील्ड निवेश जैसेकि आंध्रप्रदेश में इमाबारी शिपबिल्डिंग की जेएमयूसी, कनागावा डॉकयार्ड और मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज जैसी प्रमुख जापानी शिपबिल्डिंग कंपनियों से साझेदारी पर चर्चा की। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि जहाज निर्माण और जहाज मरम्मत में जापान की विशेषज्ञता सर्वविदित है और उन्हें इस क्षेत्रमें सहयोग बढ़ाने की बहुत संभावनाएं दिखाई देती हैं। उन्होंने कहाकि जापान की तीन बड़ी सामुद्रिक कंपनियों-एनवाईके लाइन, एमओएल और के लाइन को भारत के बढ़ते समुद्री क्षेत्रमें संयुक्त उद्यम और निवेश के अवसर तलाशने केलिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहाकि सामुद्रिक उद्योग जापानी शिपयार्डों केलिए भारत में जहाज निर्माण में निवेश करने का एक अनूठा अवसर प्रस्तुत करता है। उन्होंने कहाकि बंदरगाहों के डिजिटलीकरण और हरित बंदरगाह पहलों में सहयोग से हमारे समुद्री रसद नेटवर्क व स्थिरता को और ज्यादा मजबूती मिलेगी।
सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि भारत-जापान केबीच आध्यात्मिक आत्मीयता, मजबूत सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंधों में निहित एक दीर्घकालिक इतिहास है। उन्होंने कहाकि क्वाड फ्रेमवर्क और भारत-जापान-ऑस्ट्रेलिया आपूर्ति श्रृंखला संबंधी सशक्तता पहल केतहत हमारा सहयोग क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा और आर्थिक एकीकरण को मजबूत करने केलिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहाकि भारत अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, आपदारोधी इंफ्रास्ट्रक्चर केलिए गठबंधन और उद्योग परिवर्तन केलिए नेतृत्व समूह जैसी प्रमुख पहलों में जापान के नेतृत्व की सराहना करता है। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि भारत 'मैरीटाइम इंडिया विजन 2030' और 'मैरीटाइम अमृतकाल विजन 2047' केतहत बंदरगाह संबंधी इंफ्रास्ट्रक्चर, हरित शिपिंग, जहाज निर्माण और डिजिटलीकरण को बढ़ावा दे रहा है और भारत इन परिवर्तनकारी पहलों में जापान की भागीदारी चाहता है। जापान के उपमंत्री टेराडा योशिमीची ने कहाकि भारत और जापान केबीच बहुत घनिष्ठ संबंध हैं, जापान भारत केसाथ रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में लगा हुआ है, लेकिन अब यह समुद्री क्षेत्रमें भी बहुत रुचि रखता है। उन्होंने जहाज निर्माण और नाविकों के प्रशिक्षण में आपसी सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
सर्बानंद सोनोवाल और जापान के उपमंत्री टेराडा योशिमीची ने समुद्री क्षेत्रमें विशेष रूपसे टिकाऊ समुद्री प्रौद्योगिकियों और अगली पीढ़ी के जहाज डिजाइन पर सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की। सर्बानंद सोनोवाल ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, भारतीय विश्वविद्यालयों और सार्वजनिक एजेंसियों केसाथ सहयोग केलिए आशाजनक अवसरों का लाभ उठाने केलिए एक कार्यक्रम को लेकर समझौता ज्ञापन में रुचि दिखाई। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि भारत में 154000 से अधिक प्रशिक्षित नाविक हैं, जो जापान के समुद्री कार्यबल का समर्थन और पूरक करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहाकि जापानी समुद्री क्षेत्रके समृद्ध सामुद्रिक ज्ञान केसाथ क्षमता निर्माण केलिए हम जापान के सामुद्रिक क्षेत्रकी हस्तियों केलिए भारतीय नाविकों को प्रशिक्षित करने, कौशल विकास करने और रोज़गार देने में एक बड़ा अवसर देखते हैं, जो हमारे सामुद्रिक सहयोग की आधारशिला को मजबूत करता है। उन्होंने कहाकि भारत सुव्यवस्थित कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय इंजीनियरों और श्रमिकों को प्रशिक्षित करने में जापान के सामुद्रिक क्षेत्र के दिग्गजों की रुचि को सुविधाजनक बनाने केलिए तैयार और उत्सुक है।
सर्बानंद सोनोवाल ने बतायाकि गुजरात के लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत संग्रहालय विकसित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य भारत के समृद्ध सामुद्रिक इतिहास और विरासत को दर्शाना है। उन्होंने कहाकि यह समुद्री क्षेत्रमें विरासत पर्यटन, शिक्षा और अनुसंधान केलिए एक विश्वस्तरीय केंद्र के रूपमें भी कार्य करता है। सर्बानंद सोनोवाल ने इस परियोजना केलिए जापान को भागीदार बनाने में भारत की रुचि को साझा किया। उन्होंने इस संबंध में जल्दही समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप देने की उम्मीद जताई। उन्होंने इसवर्ष 27 से 31 अक्टूबर केबीच मुंबई में होनेवाले भारत समुद्री सप्ताह में भाग लेने केलिए उपमंत्री टेराडा योशिमीची को आमंत्रित किया। यह प्रमुख आयोजन वैश्विक समुद्री समुदाय के प्रमुख हितधारकों को समुद्री क्षेत्रमें निवेश, सहयोग, नवाचार और विकास के अवसरों की खोज पर चर्चा करने और सुविधा प्रदान करने केलिए एकसाथ लाएगा। सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि मजबूत और सशक्त भारत-जापान संबंध आपसी विश्वास और साझा मूल्यों, लोकतंत्र, स्वतंत्रता और सभ्यतागत संबंध पर आधारित हैं। उन्होंने कहाकि उपमंत्री टेराडा योशिमीची केसाथ महत्वपूर्ण चर्चा ने दोनों देशों केबीच सामुद्रिक सहयोग को और आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
जापान भारत के सबसे भरोसेमंद निवेशकों में से एक है और दोनों देश एकदूसरे के रिश्ते को बहुत महत्व देते हैं। भारत का लक्ष्य 2027 तक जापान केसाथ पांच ट्रिलियन येन (3.2 लाख करोड़ रुपये) के निवेश के लक्ष्य केसाथ नई ऊंचाइयों को छूना है। भारत एक स्थायी भविष्य की दिशामें जापान केसाथ उन्नत समुद्री सहयोग के साझा दृष्टिकोण को साझा करता है एवं वैश्विक प्रगति और दोनों देशों के पारस्परिक लाभ में सार्थक योगदान देता है। द्विपक्षीय बैठक में मैरीटाइम ब्यूरो एमएलआईटी के ओनिशी यासुशी, मैरीटाइम ब्यूरो के हियोकी मिकी, एमएलआईटी नॉर्वे में जापान के दूतावास के फर्स्ट सेक्रेटरी इहारा ताकुमार और किमुरा हिरोको, नॉर्वे में भारत के राजदूत डॉ एक्विनो विमल, केंद्रीय पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के संयुक्त सचिव (शिपिंग) वेंकटेशपति एस, निदेशक (एमए एंड एमटी) मनदीप सिंह रंधावा, जलमार्ग मंत्रालय के अपर सचिव और वित्तीय सलाहकार पुनीत अग्रवाल, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के सीएमडी मधु एस नायर, केंद्रीय पत्तन पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के निजी सचिव अमित कुमार और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।