स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 26 June 2025 03:42:55 PM
रायपुर। भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी लिमिटेड ने अपनी प्रमुख सीएसआर पहल 'बालिका शिक्षा योजना' केलिए आवेदन आमंत्रित करके और अपोलो विश्वविद्यालय चित्तूर केसाथ साझेदारी में एक परिवर्तनकारी 'चिकित्सा प्रौद्योगिकी कार्यक्रम' का शुभारंभ करके समावेशी विकास और सामुदायिक विकास केप्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। पहल का उद्देश्य आदिवासी युवाओं केलिए अवसरों की कमी को पूरा करना है एवं इसके तहत एनएमडीसी बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंडागांव, बीजापुर और नारायणपुर की युवा आदिवासी बालिकाओं को अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग, यशोदा स्कूल ऑफ नर्सिंग व केआईएमएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग हैदराबाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में बीएससी (नर्सिंग 4 वर्ष) और जीएनएम (3 वर्ष) पाठ्यक्रम करने केलिए 100 प्रतिशत निःशुल्क नर्सिंग शिक्षा प्रदान कर रहा है।
बालिका शिक्षा योजना के अंतर्गत पाठ्यक्रम में कुल 200 सीटें हैं, जिनमें बीएससी नर्सिंग केलिए 110 सीटें और जीएनएम (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) केलिए 90 सीटें शामिल हैं। कार्यक्रम में ट्यूशन, छात्रावास और शैक्षणिक लागत सहित सभी शैक्षिक व्यय को प्रति छात्र ₹12 से ₹15 लाख के निवेश केसाथ कवर किया जाएगा। आवेदक के परिवार की आय प्रतिवर्ष ₹72,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए। बालिका शिक्षा योजना-आदिवासी बालिकाओं (एसटी) केलिए आवेदन विंडो 28 जून 2025 तक खुली रहेगी। चिकित्सा प्रौद्योगिकी कार्यक्रम वंचित बालक और बालिकाओं केलिए है। एनएमडीसी दंतेवाड़ा और बस्तर जिलों के पात्र अनुसूचित जनजाति (एसटी) छात्रों केलिए अपोलो विश्वविद्यालय चित्तूर केसाथ साझेदारी में पूर्णतः प्रायोजित संबद्ध स्वास्थ्य देखभाल शिक्षा प्रदान कर रहा है। प्रति छात्र लगभग ₹12 से ₹15 लाख के निवेश केसाथ पूरी तरह से प्रायोजित इस पहल का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को आजीविका केलिए पेशेवर कौशल से युक्त करना है।
चिकित्सा प्रौद्योगिकी कार्यक्रम आकांक्षा छात्रों केलिए 90 सीटें प्रदान करेगा, 60 प्रतिशत बालिकाओं केलिए और 40 प्रतिशत बालकों केलिए आरक्षित। बीएससी कार्यक्रमों में शामिल हैं-आपातकालीन चिकित्सा प्रौद्योगिकी, चिकित्सा प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी, एनेस्थिसियोलॉजी और ऑपरेशन थियेटर तकनीशियन, इमेजिंग प्रौद्योगिकी, चिकित्सक सहायक और रीनल डायलिसिस प्रौद्योगिकी। चिकित्सा प्रौद्योगिकी कार्यक्रम के तहत वंचित बालक और बालिकाओं केलिए आवेदन 30 जून 2025 तक खुले हैं। गौरतलब हैकि एनएमडीसी ने 60 से अधिक वर्ष से छत्तीसगढ़ के विकास को नई गति दी है, जहां इसके दो प्रमुख खनन परिसर संचालित होते हैं। एनएमडीसी की इन शिक्षा पहलों से क्षेत्र के आदिवासी युवाओं केलिए नए रास्ते खुले हैं। पात्रता मानदंड और आवेदन पत्र एनएमडीसी की आधिकारिक वेबसाइट https://www.nmdc.co.in/career पर देखे जा सकते हैं।