भारत नेपाल की ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं का उत्सव
भारतीय दूतावास, लुंबिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट व लुंबिनी बुद्धिस्ट विवि की पहलThursday 11 December 2025 02:10:12 PM
शाश्वत तिवारी
काठमांडू। नेपाल में भारतीय दूतावास ने लुंबिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट और लुंबिनी बुद्धिस्ट यूनिवर्सिटी के सहयोग से भारत-नेपाल सांस्कृतिक महोत्सव का तृतीय संस्करण भव्य रूपसे मनाया। भारत-नेपाल सांस्कृतिक महोत्सव में भारत और नेपाल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत एवं परंपराओं का उत्सव मनाया गया, इसमें विशेष रूपसे बौद्ध सभ्यता पर केंद्रित कार्यक्रम प्रमुख थे। लुंबिनी के राज्यपाल कृष्णबहादुर घर्ती, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (उत्तर) मनु महावर, लुंबिनी विकास कोष के उपाध्यक्ष डॉ ल्हार्क्याल लामा और भारतीय दूतावास के उप मिशन प्रमुख डॉ राकेश पांडे ने महोत्सव का संयुक्त रूपसे उद्घाटन किया।
भारतीय दूतावास के उप मिशन प्रमुख डॉ राकेश पांडे ने बतायाकि महोत्सव में नागरिक समाज, शिक्षाविदों, वरिष्ठ भिक्षुओं और लुंबिनी विकास कोष के सदस्यों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति रही। डॉ राकेश पांडे ने बतायाकि इससे पहले लुंबिनी बौद्ध विश्वविद्यालय में ‘भारत-नेपाल बौद्ध विरासत: एक साझा धरोहर’ शीर्षक से शैक्षणिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया था, इसमें भारत और नेपाल के प्रमुख बौद्ध विद्वानों ने बौद्ध विरासत के महत्व पर अपने विचार साझा किए थे। महोत्सव में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनमें भारत और नेपाल के प्रतिष्ठित कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी। इसमें छह सदस्यीय आईसीसीआर दल का नेतृत्व संध्या कुंजन मेनन दास ने किया और बौद्ध विषय पर आधारित ओडिसी नृत्य प्रस्तुत किया। नेपाली बैंड ‘घुगु मुगु’ ने पारंपरिक संगीत प्रस्तुति दी।
भारत-नेपाल सांस्कृतिक महोत्सव के अंतर्गत शैक्षणिक संगोष्ठी में वक्ताओं ने भारत-नेपाल बौद्ध विरासत की साझा धरोहर की भूमिका पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहाकि दोनों देशों की बौद्ध विरासत सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़ करने और जनस्तरीय संपर्क को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण है। गौरतलब हैकि भारत और नेपाल प्राचीनकाल से ही सांस्कृतिक संबंध साझा करते हैं और दोनों देशों में लोगों से लोगों केबीच सुदृढ़ सामाजिक एवं सांस्कृतिक संबंध हैं। इस प्रकार के आयोजन दोनों पड़ोसी मित्र राष्ट्रों केबीच गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को पुनः रेखांकित करते हैं, जिसका द्विपक्षीय संबंधों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।