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Wednesday 18 June 2025 01:19:42 PM
नई दिल्ली/ ओटावा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैनानास्किस अल्बर्टा में जी-7 शिखर सम्मेलन में कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से पहली मुलाकात हुई। उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी को जी-7 सम्मेलन के निमंत्रण केलिए धन्यवाद दिया और जी-7 को अपनी यात्रा के 50 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी। कनाडा में हालही में हुए आम चुनाव केबाद प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के पदभार ग्रहण करने केबाद दोनों नेताओं केबीच यह पहली द्विपक्षीय बैठक थी, जिसमें दोनों पक्षों को पिछली कनाडा सरकार के दौरान दोनों देशों केबीच गंभीर रूपसे बिगड़े रिश्तों को फिरसे सुधारने एवं भारत-कनाडा संबंधों की वर्तमान स्थिति और भविष्य के बारेमें स्पष्ट व खुले विचारों के आदान प्रदान का अवसर प्रदान मिला। दोनों नेताओं ने साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के सम्मान और संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों केसाथ मजबूत भारत-कनाडा संबंधों को जरूरी बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएम मार्क कार्नी ने चिंताओं और संवेदनशीलताओं केलिए आपसी सम्मान, लोगों केबीच मजबूत संबंधों और बढ़ती आर्थिक पूरकताओं पर आधारित रचनात्मक और संतुलित साझेदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएम मार्क कार्नी ने भारत-कनाडा संबंधों में स्थिरता बहाल करने केलिए संतुलित एवं रचनात्मक कदम उठाने पर सहमत हुए और इसकी शुरुआत एक-दूसरे की राजधानियों में उच्चायुक्तों की शीघ्र वापसी से होगी। दोनों नेताओं ने विश्वास बहाली और संबंधों में गति लाने केलिए विभिन्न क्षेत्रोंमें वरिष्ठ मंत्रिस्तरीय और कार्यस्तरीय संबंधों, स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल परिवर्तन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, एलएनजी, खाद्य सुरक्षा, महत्वपूर्ण खनिज, उच्च शिक्षा, गतिशीलता और मजबूत आपूर्ति श्रृंखला जैसे क्षेत्रों में सहयोग के अवसरों पर व्यापक चर्चा की। दोनों नेताओं ने एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने में अपनी साझा रुचि व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएम मार्क कार्नी ने व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) का मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौते (ईपीटीए) पर रुकी हुई वार्ता को फिरसे शुरू करने पर सहमति व्यक्त की और इस संबंध में अपने-अपने अधिकारियों को कार्य सौंपने पर भी सहमत हुए। दोनों नेताओं ने मानाकि जी-7 शिखर सम्मेलन में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और जलवायु कार्रवाई, समावेशी विकास एवं सतत विकास जैसी वैश्विक प्राथमिकताओं पर रचनात्मक रूपसे मिलकर काम करने की इच्छा व्यक्त की। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के लोगों केबीच मजबूत संबंधों का उल्लेख करते हुए परस्पर लाभ केलिए इस जीवंत सेतु का फायदा उठाने पर सहमत हुए और दोनों ने एक-दूसरे के संपर्क में रहने एवं जल्द से जल्द फिर मिलने की इच्छा जताई।