डीआरडीओ को देश के सुरक्षा निर्माण में निरंतर सफलता
अभ्यास में एचएएल और एलएंडटीडी का बड़ा योगदानस्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 6 February 2024 12:03:06 PM
भुवनेश्वर। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ओडिशा के चांदीपुर में एकीकृत परीक्षण रेंज से हाईस्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (हीट) 'अभ्यास' के चार उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। संशोधित सशक्त विन्यास में चार अलग-अलग मिशन उद्देश्यों केसाथ उड़ान परीक्षण परिचालित किए गए थे। इसमें एडवांस्ड सिस्टम्स लेबोरेटरी हैदराबाद से डिज़ाइन किए गए एकल बूस्टर का उपयोग किया गया था, ताकि निम्न लॉंच त्वरण प्रदान किया जा सके। परिणामस्वरूप बूस्टर को सुरक्षित जारी करना, लॉंचर क्लीयरेंस और आवश्यक लॉंच वेग जैसे उद्देश्य हासिल कर लिए गए हैं। उड़ान परीक्षणों के दौरान आवश्यक सहनशक्ति, गति में बदलाव, ऊंचाई और सीमा जैसे विभिन्न मापदंडों को सफलतापूर्वक मान्यता मिली है। यह परीक्षण 30 जनवरी से 2 फरवरी 2024 केबीच हुआ।
डीआरडीओ के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान (एडीई) में डिजाइन किया गया ‘अभ्यास’, हथियार प्रणालियों के अभ्यास केलिए एक यथार्थवादी खतरे का परिदृश्य प्रदान करता है। इसे एडीई ने स्वदेशी रूपसे निर्मित ऑटो पायलट की मदद से स्वायत्त उड़ान केलिए डिज़ाइन किया है। इसमें हथियार अभ्यास केलिए आवश्यक रडार क्रॉस सेक्शन, विज़ुअल और इन्फ्रारेड को बढ़ाने की प्रणाली है। लैपटॉप आधारित ग्राउंड कंट्रोल सिस्टम है, जिसके साथ विमान को एकीकृत किया जा सकता है और उड़ान पूर्व जांच, उड़ान के दौरान डेटा रिकॉर्डिंग, उड़ान केबाद रीप्ले और उड़ान पश्चात विश्लेषण आदि किए जा सकते हैं। अभ्यास केलिए न्यूनतम लॉजिस्टिक्स की आवश्यकता होती है और यह आयातित समकक्षों की तुलना में लागत प्रभावी भी है।
परीक्षण प्रणालियों को उत्पादन एजेंसियों हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और लार्सन एंड टुब्रो डिफेंस के माध्यम से साकार किया गया है। अभ्यास पहचान की गई उत्पादन एजेंसियों केसाथ उत्पादन केलिए तैयार है। इस प्रणाली में निर्यात क्षमता है और इसे मित्र देशों के सामने पेश किया जा सकता है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 'अभ्यास' के सफल उड़ान परीक्षण केलिए डीआरडीओ, सशस्त्र बलों और उद्योग जगत को बधाई दी है। उन्होंने कहाकि इस प्रणाली का विकास सशस्त्र बलों केलिए हवाई लक्ष्यों की आवश्यकताओं को पूरा करेगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ समीर वी कामत ने प्रणाली के डिजाइन, विकास और परीक्षण से जुड़ी टीमों के प्रयासों की सराहना की।