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'नक्सलवाद आदिवासियों केलिए बड़ी विभीषिका'

केंद्रीय गृहमंत्री ने नवा रायपुर में सुरक्षा बल के जवानों का हौसला बढ़ाया

नक्सल मुक्त इलाकों में मुख्यधारा के विकास कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 24 June 2025 12:23:03 PM

home minister encouraged the security force personnel in nava raipur

रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में सुरक्षा बलों के जवानों की प्रशंसा और उत्साहवर्धन करते हुए उनसे संवाद किया। गृहमंत्री ने केंद्रीय सुरक्षा बलों, कोबरा टीम, छत्तीसगढ़ पुलिस बल और डीआरजी के साहस, शौर्य, बलिदान व समर्पण को नमन किया और कहाकि सुरक्षा बल के जवान अपने शौर्य और परिश्रम से ही नक्सलियों केसाथ मुठभेड़ को सफल बनाते हैं। गृहमंत्री ने कहाकि सुरक्षा बलों ने जिस शौर्य, धैर्य और समर्पण केसाथ माओवादियों के बनाए अड्डों को तहस-नहस किया है, उसने विश्व के सभी सुरक्षा बलों को आश्चर्यचकित कर दिया है। उन्होंने कहाकि उन्हें मालूम हैकि सेना के जवान जो तय करते हैं, वो हासिल करते हैं और सुरक्षा बलों के इसी भरोसे केसाथ उन्होंने देश से 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के पूर्ण खात्मे का ऐलान किया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि नक्सलवाद ग़रीब आदिवासी क्षेत्र केलिए बड़ी विभीषिका रही है, जिससे पिछले 35 साल में लगभग 40 हजार लोगों की मौत हुई है या फिर वो अपाहिज होकर जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि नक्सलवादी हिंसा ने ग़रीब आदिवासी तक खाना, बिजली, शिक्षा, घर, शौचालय और पीने का शुद्ध पानी जैसे मूलभूत सुविधाओं को नहीं पहुंचने दिया और उद्योग को तो भूल ही जाइए, इतने लंबे वर्ष तक इतना बड़ा क्षेत्र गुलामी के कालखंड में जीने को मजबूर रहा, इसका मूल कारण नक्सलवाद है। गृहमंत्री ने खुशी जताई कीकि जिस क्षेत्रसे नक्सलवाद खत्म होता है, वहां सरकार अनाज, स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा, बिजली, घर, शौचालय और पीने का शुद्ध पानी पहुंचाकर लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ रही है। उन्होंने कहाकि जब बच्चा हाथ में बंदूक की जगह पेंसिल पकड़कर क, ख, ग लिखता है तो न सिर्फ एक क्षेत्र का, बल्कि पूरे देश का भविष्य संवरता है, यह क्षण जल्दही आने वाला है। गृहमंत्री ने कहाकि जब 31 मार्च 2026 को देश नक्सलवाद से मुक्त होगा, वो क्षण आजादी केबाद के सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक होगा।
गृहमंत्री ने कहाकि जब नक्सलवाद के खात्मे का इतिहास लिखा जाएगा, उसमे सुरक्षा बलों के जवानों के त्याग, बलिदान और परिश्रम स्वर्णिम अक्षरों से अंकित होगा। अमित शाह ने इस अवसर पर ‘लियोर ओयना’ नक्सलियों द्वारा आदिवासियों के भीषण संहार और बस्तर को बचाने के प्रयासों पर एक पुस्तक का लोकार्पण किया। उन्होंने कहाकि नक्सलियों ने जिन मासूम, निहत्थे लोगों को अपनी हिंसा का शिकार बनाया है, उनकी पीड़ा समझने में यह पुस्तक सहायक होनेवाली है, यह पुस्तक ह्यूमन राईट के नाम पर नक्सलियों से संवेदना दिखाने वालों के आंखों के आगे से पर्दा हटाने और उन्हें एक्सपोज करने में भी उपयोगी सिद्ध होगी। संवाद कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, केंद्रीय गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो के निदेशक, बीएसएफ के महानिदेशक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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